
जब भी हम किसी व्यक्ति को कम्प्यूटर स्क्रीन पर देखते हुए तेजी से कीबोर्ड पर टाइप करते हुए देखते हैं तो कम से कम एक बार हमारे मन में भी यह ख्याल जरूर आता है कि काश मैं भी ऐसे ही तेजी से टाइप कर सकता।फिर ये सोच कर कि इसे तो ये टाइपिंग सिखने में कई वर्ष लगे होंगे हम इस ख्याल को भूल जाते हैं। जबकि ऐसा नहीं है। यदि आप भी ऐसे ही फर्राटेदार टाइपिंग करना चाहते हैं तो आप सही जगह पर हैं यहाँ आपको शुरुआत करने के टिप्स मिलेंगे।
कीबोर्ड को देखे बिना टाइप करने की क्षमता ही आपकी तेज टाइपिंग करने में मदद करेगी। यदि आपने कीबोर्ड के कई बटनों को याद भी कर लिया हैतो भी अपरिचित बटन खली सड़क पर स्पीड ब्रेकरों की तरह आपको धीमा कर देते हैं। कीबोर्ड को देखने के लिए आपको स्क्रीन से ध्यान हटाकर कीबोर्ड की तरफ देखना होता है जो आपके फोकस में रूकावट पैदा करता है और अधिक समय बर्बाद करता है। आप चाहते हैं कि आपकी आँखे स्क्रीन पर डटी रहे और साथ ही आपकी उँगलियाँ भी सही बटन को दबायें वो भी आपके बिना दिमाग पर जोर डाले। इस प्रकार की तेजी के लिये आपको अधिक प्रैक्टिस और धैर्य की आवश्यक्ता है। आप इसे सुधर सकते हैं। आप तेज टाइपिंग में माहिर हो सकते हैं। इसे सिखने के लिए आगे पढ़ें।
पूरे कीबोर्ड को सीखें
आपके पास कीबोर्ड के अधिकांश बताने को जानने के लिए पर्याप्त अनुभव हो सकता है जैसे अक्षर बटन स्पेसबार एंटर और साथ ही बैकस्पेस। लेकिन आप उन बटनों को याद रखने में परेशानी महसूस कर सकते हैं जिन्हे आप अक्सर उपयोग नहीं करते। क्या आपको नम्बर या सिंबल टाइप करने के लिए अपनी स्पीड को कम करना पड़ता है और कीबोर्ड को देखना पड़ता है। अगर आप एक्सेल की स्प्रेडशीट पर काम करते हैं तो आप अक्सर सिम्बल्स को उपयोग करेंगे। यदि आप एक गेमर हैं तो शायद कण्ट्रोल ऑल्ट और फंक्शन बटनों को अधिक उपयोग करेंगे। वास्तव में जब आप कीबोर्ड के कॉम्बो शॉर्टकट को जानते हैं तो सामान्य कार्यों को और अधिक उत्पादक ढंग से कर सकते हैं। इन अजीब से कीबोर्ड बटनों और कॉम्बो शॉर्टकट से आप सही तरीके से ध्यान केंद्रित कर सकते हैं। इसलिए आप उन्हें अपनी टाइपिंग प्रैक्टिस में शामिल करें। कुछ विशेष सिम्ब्ल या अक्षर जैसे Ø, á, Æ, ÿ, æ,
¼, ¥ आदि ऑल्ट बटन व कुछ नम्बर्स के कॉम्बो से बनते हैं। उदाहरण के लिए Ø के लिए ऑल्ट + 0216 टाइप करें। यह सभी कॉम्बो कोड्स आपको आपके कम्प्यूटर में ही करेक्टर मैप नामक अप्लीकेशन में मिल जायेंगे।
अपने कीबोर्ड को जाने
आपकी टाइपिंग गति को बेहतर बनाने के लिए मेरी टिप्स F और J को महसूस करने की है। किसी भी कीबोर्ड पर यदि ध्यान से देखें तो F और J 2 बटन ऐसे दिखाई देंगे जिन पर कुछ उभरा हुआ डॉट या डेश होगा। जोकि बिना देखे उँगलियों के स्पर्श से महसूस किया जा सकता है। आपको यहीं से टाइपिंग की शुरुआत करनी है। जैसा कि अधिकतर लोग जानते हैं कि ये दोनों बटन कीबोर्ड पर सबसे पहले स्पर्श किये जाते हैं। आप अपने दोनों हाथों की इंडेक्स फिंगर को F और J पर रखें फिर बाकि की दोनों हाथों की 3-3 उंगलियों को क्रमवार दाएं व बाएं की ओर रखें और अंगूठों को स्पेसबार पर रखें जैसा कि चित्र 1-1 में दर्शाया गया है।
चित्र संख्या 1-1
चित्र संख्या 1-2 में रंगो के आधार पर उंगलियों का कीबोर्ड के बटनों पर स्पर्श दर्शाया गया है।
चित्र संख्या 1-2
अपनी उंगलियों को सही क्रम में रखकर अभ्यास करें। जब भी कोई बटन दबाना हो तो कोशिश करें कि बाकि उंगलियां अपना स्थान न छोड़ें। इससे आपको बार बार उँगलियों को क्रमवार नहीं रखना होगा कॉम्बो बटन (शिफ्ट के साथ कोई सिम्ब्ल बटन या कैपिटल और स्माल लेटर्स) को उपयोग
करते समय भी अपनी उँगलियों को स्थानांतरित न होने दें।
तेजी की बजाय सटीकता को लक्ष्य बनायें
इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कितना तेज टाइप करते हैं यदि आपको बार बार अपनी गलतियों को ठीक करने के लिए पीछे जाना पड़ता है। यदि आप धीमा मगर सही टाइप करते हैं तो यह गलतियों को ठीक करते हुए टाइप करने से कम ही समय लगता है। तेज टाइपिंग करना दिमाग की याद रखने की क्षमता पर भी निर्भर करता है। गलत तरीके से टाइप करना आपकी बुरी आदत और सामान्य गलतियों को बढ़ावा देता है। जब तक आप 100% सही टाइप करना नहीं सीख लेते तब तक तेज टाइप करने की कोशिश न करें। महत्वपूर्ण है लय को विकसित करना। टाइपिंग में स्पीड समय और अभ्यास के के साथ स्वाभाविक रूप से आती है। यदि आपके सामने कोई कठिन शब्द आता है तो इसे सही टाइप करने के लिए धीरे टाइप करें। अच्छी आदतें विकसित करें और तेज टाइपिंग आपका इनाम होगा।
नियमित टाइपिंग अभ्यास
अच्छी टाइपिंग सही प्रशिक्षण और अभ्यास से आती है। अपनी ऊर्जा और फोकस स्तर के आधार पर 10 मिनट से लेकर 1 घंटे तक टाइपिंग का अभ्यास करें। इसलिए यह जरूरी है कि आप एक समय और स्थान पर अभ्यास करें जहाँ आप ध्यान और सटीकता बनाये रख सकें। किसी भी ध्यान भटकने वाली चीज से दूर रहें। यदि आप बहुत सी गलतियां करते हैं तो टाइपिंग को धीरे करें और अपना ध्यान भटकने न दें। अभ्यास से दिमाग की मांसपेशियां भी मजबूत होती हैं। आपको बुरी आदतों व गलतियों को सिखने की जरूरत नहीं है। परन्तु नियमितता को न छोड़ें। सप्ताह में 6 दिन से अवश्य टाइपिंग करें।
बैठने की स्थिति
टाइपिंग करते समय कमर को सीधी रखकर बैठे और पैर जमीन पर हों। अपनी कुर्सी व कीबोर्ड की स्थिति को ठीक करें ताकि आपकी बाहें 90 डिग्री पर हों और पैरों में समान अंतर हो। अपनी कोहनी को अपने शरीर और सीधे अपने सिर के आगे रखें। आपकी कम्प्यूटर स्क्रीन आपकी आँखों के बिलकुल सामने होनी जरूरी है वर्ना आपकी गर्दन में दर्द महसूस होने लगेगा।
न्यूनतम शारीरिक बल
अच्छी कंपनी के अधिकतर कीबोर्ड को टाइपिंग के लिए हल्के स्पर्श की आवश्यकता होती है इसलिए बटनों को जोर से दबाने की आवश्यकता नहीं होती। आउँगलियों को कम से कम जरूरी बल लगाकर टाइप करना चाहिए। आप तेजी से टाइप करें और अपने शरीर पर कम दबाव डालें। हाथों को ज्यादा ऊँचा उठाकर रखने की आवश्यकता नहीं है। टाइपिंग में न केवल आपकी उंगलियों की मांसपेशियों को शामिल किया जाता है बल्कि आपके दोनों हाथ बाहें पीठ कंधे गर्दन और सिर भी शामिल होता है।
हाथों में खिचाव या दर्द महसूस होना

मेरा व्यक्तिगत अनुभव कहता है कि यदि आप मेरे ऊपर दिए गए टिप्स को ध्यान पूर्वक उपयोग करके टाइपिंग करेंगे तो निश्चय ही 15 से 20 दिन में आप 30 से 35 शब्द प्रति मिनट तथा 1 महीने में 40 शब्द प्रति मिनट की टाइपिंग गति को प्राप्त कर सकते हैं।
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